चैत्र नवरात्रि | चैत्र शुक्ल प्रतिपदा | घटस्थापना शुभ मुहूर्त
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शिशु के लिए मां का दूध (Breast Milk) ही सर्वश्रेष्ठ होता है। किंतु कुछ माताओं के स्तन में थोड़े समय के बाद दूध की कमी हो जाती है अथवा दूध आना ही बंद हो जाता है। ऐसे में इस मिलावट भरे माहौल में नवजात शिशु को स्तनपान कराने वाली माताओं के पास खाने पीने के
स्तनों में दूध की मात्रा (Breast Milk) कैसे बढ़ाएं Read More »
पीलू का परिचयIntroduction to Peelu in Hindi पीलू (Benefits of Miswak or Peelu) एक विशालकाय घना कांटेदार वृक्ष है। पीलू का वृक्ष बहुत की कम देखने को मिलता है, किंतु यह बहुत ही उपयोगी पेड़ होता है। भारत में बहुत से लोग पीलू को पीलु या पीला आदि नामों से पुकारते हैं। पीलू में आने
Benefits of Miswak or Peelu | पीलू के फायदे Read More »
वंशलोचन – एक परिचयVanshlochan – An Introduction वंशलोचन एक जाति के बांस के अन्दर से निकलने वाला पदार्थ है। यह जिस बांस (Vanshlochan Benefits and Uses) से निकलता है वह नजला बांस कहलाता है। यह बांस मादा प्रजाति का होता है और इसमें एक जाति का मद जम जाता है जो सूखने के पश्चात् निकाला
Vanshlochan | वंशलोचन के फायदे Read More »
सर्दियों के मौसम (Winter Vegetables in Hindi ) में अनेकों तरह की बीमारियां शरीर में घर कर लेती हैं। इसका मुख्य कारण है तेज ठंड। सर्दी की वजह से होने वाली बीमारियों में खांसी, जुकाम, बुखार आदि मुख्य हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए सर्दियों में खान-पान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इस
Winter Vegetables in Hindi | सर्दियों के साग Read More »
चना साग का परिचय Introduction of Gram ठंड का मौसम और हरी साग भाजी, वाह मजा ही आ जाता है, और आए भी तो क्यों न भला। ज्यादातर हरी सब्जियां सर्दियों के मौसम में ही तो मिलती है। बाजरा, मक्का की रोटी के साथ तो और भी शानदार स्वाद आता है। (चने के साग के
चने के साग के स्वास्थ्य लाभ और नुकसान Read More »
वासावलेह क्या है? What is Vasavaleha in Hindi वासावलेह एक आयुर्वेदिक औषधि है। वासावलेह (Health Benefits of Vasavaleha) को बनाने के लिए मुख्य घटक अडूसा के पत्ते हैं। अडूसा के पत्तों के अलावा जड़ का प्रयोग किया जा सकता है। वासा अवलेह में अवलेह का आशय ऐसी औषधि से है, जिसे जिह्वा द्वारा चाटकर सेवन
Benefits of Vasavaleha – वासावलेह के फायदे, सेवन विधि, घटक Read More »
ऋतुचर्या – एक परिचय Seasonality (Ritucharya) – An Introduction मुख्य रूप से तीन ऋतुएँ हैं: शीत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु। आयुर्वेद के मत अनुसार छ: ऋतुएँ मानी गयी हैं : वसन्त, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर। महर्षि सुश्रुत ने वर्ष के 12 मास इन ऋतुओं में विभक्त कर दिए हैं। वर्ष के दो
ऋतुचर्या – आयुर्वेद में ऋतु अनुसार आहार-विहार Read More »
बथुआ – एक परिचय Bathua (White Goosefoot Vegetable) – An Introduction बथुआ (Bathua Vegetable) सभी सब्जी मंडी बाजार में आसानी से मिलने वाली सब्जी है, बशर्ते इसका मौसम होना चाहिए। सर्दियों के मौसम में एक से एक बढ़िया हरी सब्जियां बाजार में उपलब्ध होती है। जैसे सरसों के पत्ते, चने की भाजी या पत्ते, पालक,
Health Benefits of Bathua | बथुआ खाने के फायदे Read More »
ख़सख़स का परिचयIntroduction to Poppy खस और खसखस (Poppy Seeds Amazing Benefits) दोनों एक ही होते है। आम तौर पर खस को ही खसखस भी बोला जाता है। यह देखने सफेद मटमैला जैसा दिखता है। यह छोटे छोटे दाने के रूप में सूजी जैसा प्रतीत होता है, जो एक राई के दाने के बराबर बड़ा
Poppy Seeds Amazing Benefits | खसखस के फायदे Read More »
श्री गणेश जी की कहानी अवतरण कहानी – एक बार माता पार्वती स्नान करने जा रही थी। माता गौरी ने द्वार पर पहरेदारी करने के लिए शरीर के मैल से एक पुतला बनाया और उस पुतले में जीवन देकर एक सुन्दर बालक का रूप दे दिया। उसे गणेश के नाम से जाना गया। माता पार्वती
गणेश चतुर्थी व्रत कथा | गणेश जी की कहानी Read More »
शतावरी का परिचयIntroduction of Shatavari in Hindi बहुत ही कम लोग हैं जिनको पता होगा कि शतावरी (Asparagus (Shatavari) Benefits)क्या होती है, और उनमें से भी ज्यादातर लोगों को इसके फायदे के बारे में पता नहीं होगा। वैसे भी यह औषधि वयस्क होने के बाद ही प्रयोग में आती है और खासकर महिलाओं के लिए
Asparagus (Shatavari) Benefits, Side Effects, and Uses | शतावरी के फायदे और नुकसान Read More »
रक्षाबंधन का परिचयIntroduction of Raksha Bandhan रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्यौहार भारत में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहार को भाई बहन के स्नेह के लिए मनाया जाता है। रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर एक
Raksha bandhan 2021 | शुभ मुहूर्त, महत्व और इतिहास Read More »
हरियाली तीज एक परिचयAn Introduction to Hariyali Teej सावन का महीना वर्षा होने के करना हरा भरा रहता है, चारों तरफ हरियाली पसरी रहती है। जिधर भी नजर जाती है उधर जल स्त्रोत भरे होते हैं और पेड़ों हरियाली लिपटी रहती है। ऐसा लगता है मानो किसी ने प्रकृति को हरी चादर उढ़ा दी हो।
Hariyali Teej 2021 | हरियाली तीज व्रत, पूजा विधि और महत्व Read More »
लौंग का परिचयIntroduction of Cloves in Hindi लौंग (Cloves Health Benefits) के बारे में हर किसी ने सुना होगा। लौंग ऐसा मसाला है जिसे अधिकतर लोगों ने खाया व देखा ही होगा। यह घर की रसोई के मसालों में आसानी से मिल जाता है। लौंग के औषधिय गुण (Health Benefits of Cloves) स्वास्थ्य के लिए
Health Benefits of Cloves in Hindi | लौंग के फायदे और नुकसान Read More »
चुकंदर का परिचयIntroduction of Beetroot in Hindi चुकन्दर (Health Benefits of Beetroot in Hindi) भारत की सर्वाधिक स्वादिष्ट सलादों में से एक है। सलाद के रूप में गाजर, खीरा, ककड़ी, प्याज, पत्ता गोभी, टमाटर के साथ चुकंदर भी बड़े शौक से खाया जाता है। यह एक ऐसा जड़ वाला पौधा है जो साल के हर
Health Benefits of Beetroot (Chukandar) | चुकंदर के फायदे Read More »
निर्जला एकादशी क्या है ? Nirjala Ekadashi kya hai ? निर्जला एकादशी से सम्बन्धित एक पौराणिक कथा है, जिस कारण इसे पाण्डव एकादशी और भीमसेनी या भीम एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इसे नजला ग्यारस के नाम से भी जाना जाता है। महीने में दो बार एकादशी आती है। ज्योतिषाचार्य पंडित नीलेश
Nirjala Ekadashi Vrat, Katha and Vidhan | निर्जला एकादशी व्रत, कथा व विधान Read More »
राहु केतु (Rahu Ketu) का नक्षत्र चरण परिवर्तनआम जनता को मिलेगी राहत, रोग का होगा नाश ज्योतिषाचार्य पंडित नीलेश शास्त्री ने बताया कि संवत 2078 का यह पहला (Rahu ketu Change) सबसे बड़ा परिवर्तन है। राहु और केतु (Rahu ketu) गत वर्ष 2020 में राशि परिवर्तन करके राहु वृषभ राशि में तथा केतु वृश्चिक राशि
Rahu Ketu – राहु केतु का नक्षत्र चरण परिवर्तन Read More »
सनातन धर्म मे प्रत्येक वर्ष 24 और अधिक मास में 26 एकादशी आती है । सभी एकादशी का अपना अलग महत्व है। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी अपरा एकादशी (Apara Ekadashi Vrat) के नाम से जानी जाती है। प्रत्येक संवत में आने वाली यह पांचवीं एकादशी होती है। कब है अपरा एकादशीWhen is
Apara Ekadashi Vrat – अपरा एकादशी व्रत Read More »