चुकंदर का परिचय
Introduction of Beetroot in Hindi
चुकन्दर (Health Benefits of Beetroot in Hindi) भारत की सर्वाधिक स्वादिष्ट सलादों में से एक है। सलाद के रूप में गाजर, खीरा, ककड़ी, प्याज, पत्ता गोभी, टमाटर के साथ चुकंदर भी बड़े शौक से खाया जाता है। यह एक ऐसा जड़ वाला पौधा है जो साल के हर मौसम में पाया जाता है। चुकंदर (Chukandar ke Fayde in Hindi) एक बहुत ही स्वादिष्ट लाल रंग का होता है, जो जमीन के अंदर होता है। यह सब्जी की श्रेणी में आता है, इसका प्रयोग मुख्य रूप से सलाद, सब्जी और ज्यूस के रुप में किया जाता है।
अक्सर देखा जाता है कि इसकी पत्तियों को अधिकतर लोग फेंक देते हैं, लेकिन चुकंदर के साथ-साथ इसकी पत्तियां भी बहुत ही गुणकारी होती हैं।
चुकंदर के औषधीय गुण प्रकृति के वरदान के रूप में है। चुकंदर (Chukandar Khane ke Fayde in Hindi) वैसे तो एक सब्जी ही है, लेकिन यह शरीर के लिए बहुत लाभकारी होती है, खासकर यह महिलाओं के लिए। महिलाओं के लिए यह अमृत के समान है। चुकन्दर आँखों की रोशनी, हिमोग्लोबिन, चर्बी, पेट के कीड़े, रक्त की कमी, सौंदर्यता आदि में लाभ देता है।
इसका प्रयोग न केवल सौन्दर्य व दृष्टि को बढ़ाने में किया जाता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। कहा जाता है कि चुकंदर के नियमित सेवन करने से शरीर में खून की कमी नहीं रहती है और चेहरा दमकने लगता है। सर्दियों में हर रोज चुकंदर का सलाद खाना चाहिए अथवा इसका रस (Beetroot Juice) पीना चाहिए। चुकंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है।
चुकंदर क्या है?
What is Beetroot in Hindi
यह देखने में छोटा और बड़ा दोनों आकार का होता है किंतु यह शरीर में बहुत ही फायदे दिलाता है। यह देखने में लाल रंग अथवा महरूम रंग का होता है। इसके पत्ते भी हरे व लाल रंग के मिश्रण में होते हैं। यह जमीन के अंदर उगने वाला जड़ रूपी पौधा है। इसका फल जड़ के रूप में प्राप्त होता है।
चुकंदर 40-80 सेमी ऊँचा, मांसल, कंद (bulb), मोटा तना वाला, शाकीय पौधा होता है। इसके पत्ते मूली, सरसों या शलगम के पत्ते जैसे होते हैं। चुकंदर के फूल 2-3 के गुच्छों में या एकल, लम्बे बेलनाकार स्पाइक जैसे होते हैं। इसकी जड़ बैंगनी लाल रंग की होती है। चुकंदर सितम्बर से फरवरी महीने में फलता-फूलता है।
अन्य भाषाओं में चुकन्दर के नाम
Name of Beetroot in different languages in Hindi
चुकंदर का वानस्पतिक नाम Beta vulgaris Linn (बीटा वल्गेरिस लिन) Syn-Beta alba DC है। चुकंदर का अंग्रेज़ी भाषा में नाम Beet root (बीट रूट) है। इसको अन्य भाषाओं में चुंदर, रक्तगृञ्नम, चकुन्दर, गार्डेन बीट (Garden beet), रेड बीट (Red beet), व्हाईट शुगर बीट (White sugar beet), फोलिजवीट (Foliagebeet), लीफ बीट (Leaf beet), स्पाईनेच बीट (Spinach beet) आदि कई नामों से जाना जाता है। Beetroot और चुकंदर इसके सर्वाधिक प्रसिद्ध नाम हैं।
चुकंदर में पाए जाने वाले तत्व व खनिज –
Important Elements In Beetroot in Hindi
चुकंदर में सोडियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, आयरन पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जिस कारण यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसके फाइबर्स पेट को साफ रखने में मददगार होते हैं। चुकंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है।
इसके पत्तों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। हड्डियों की मजबूती के लिए इसके पत्तों का सेवन बहुत ही गुणकारी है। चुकंदर के 100 ग्राम पत्ते में 99 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।
चुकंदर का प्रयोग यौन स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। चुकन्दर में नाइट्रिक ऑक्साइड भरपूर मात्रा में होता है। यह रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और गुप्तांगों में रक्त का तीव्रता से संचार करता है और केमिकल बोरॉन की मात्रा होने के कारण संभोग की इच्छा को जाग्रत करता है।
चुकन्दर के रस का नियमित सेवन करने से शरीर में इम्यूनिटी पावर बढ़ती है।
चुकंदर की तासीर कैसी होती है?
Chukandar ki Taseer in hindi
चुकंदर की तासीर ठंडी प्रकृति की होती है। इसके बावजूद इसे सर्दियों में सबसे अधिक खाया जाता है।
चुकंदर को कब और कैसे खाएं –
When and How to eat beetroot in Hindi
कच्ची सब्ज़ियों के साथ चुकंदर को भी सलाद और ज्यूस के रूप में कभी भी खाया जा सकता है। चुकंदर को सलाद के अलावा आचार के रूप में तथा उबालकर, पोहा व अन्य पकवानों में बारीक कसकर भी खा सकते हैं। कुछ लोग इसका प्रयोग मिष्ठान्न बनाने में भी करते हैं।
लाल चुकन्दर पुष्टिकारक शरीर बनाता है।
सफेद चुकन्दर मूत्र रोग में फायदेमंद होता है।
चुकंदर की जड़ कफ निकालने वाली, कमजोरी दूर करने वाली, हिमोग्लोबीन की संख्या बढ़ाने वाली होती है।
यह पित्त में वृद्धि तथा अर्श या पाइल्स में फायदेमंद होता है।
चुकंदर का उपयोगी भाग
Useful Parts of Beetroot
आयुर्वेद में चुकंदर के कंद या जड़,पत्ता और बीज का औषधि के रुप में सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है।
चुकन्दर के ज्यूस (रस ) के फायदे
Health Benefits of Beet Juice in Hindi
महिलाओं में एनीमिया रोग के लिए चुकंदर वरदान साबित होता है। रक्त की कमी को पूरा करने के लिए चुकंदर बहुत ही फायदेमंद होता है। चुकंदर के पत्ते भी खून की कमी को दूर करने में बहुत ही उपयोगी होते हैं। इसमें आयरन की बहुत ज्यादा मात्रा पायी जाती है। आयरन लाल रक्त कणों को बढ़ाने में सहायक होता है। इसका सेवन करने से शरीर में चुस्ती, फुर्ती और तंदुरुस्ती आती है। चुकंदर में वसा की मात्रा नहीं होती है, इस कारण से भी यह ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। चुकंदर के ज्यूस में आंवले का रस और नींबू का रस डालकर सेवन करने से इसके गुण व स्वाद में इजाफा होता है।
चुकंदर के पत्तों के सेवन के फायदे
Health Benefits of Beet Root leaves
इसके पत्ते के सेवन से मूत्र संबंधी परेशानी, कब्ज , सूजन, सिरदर्द, लकवा तथा कानदर्द से राहत मिलती है।
चुकंदर के बीज के फायदे
Benefits of Beet Seeds in Hindi
इसके बीज सेक्स की इच्छा बढ़ाने में मदद करते हैं।
चुकंदर का अचार
Tasty Beet Pickle in Hindi
इसका आचार बहुत ही स्वादिष्ट होता है, जो मुख्यतः केरला में विभिन्न मसालों के मिश्रण से निर्मित किया जाता है। इसका आचार खाने में खट्टा, मीठा व तीखा होता है।
चुकंदर के औषधिय गुण
Health Benefits of Beetroot in Hindi
त्वचा के लिए चुकंदर के फायदे
Health Benefits of beetroot for skin in Hindi
कांति लाने के लिए चुकंदर का प्रयोग
Use of Beetroot to Shine Skin in Hindi
अपने चेहरे पर कांति लाने के लिए चुकंदर बहुत ही कारगर सिद्ध होता है। चुकंदर के टुकड़े कर, गर्म पानी में उबाल लें। उबले हुए टुकड़ों को हाथों से अच्छे से मसल लें और महीन पेस्ट बना लें। इस लेप को चेहरे आदि पर 30 मिनिट के लिए लगाए और इसे धो लें। ऐसा करने से चेहरा दमक जाता है और गुलाबी रंग की लाली दिखाई देती है।
गोरेपन के लिए चुकंदर का प्रयोग
Use of Beetroot for Fairness in Hindi
संतरे के रस में चुकंदर का रस मिलाकर त्वचा पर लगाने से यह त्वचा को कोमल व गोरा बनाता है। लौह तत्व होने के कारण चुकंदर त्वचा के छिद्रों तक आयरन की कमी को पूरा करता है और त्वचा का पीलापन दूर करता है।
चेहरे पर दाग धब्बे व झाइयां मिटाने के लिए चुकन्दर
Health Benefits of Beetroot for Black Spot on face and Pigmentation in Hindi
धूप में देर तक रहने या काम करने के कारण चेहरे पर झाइंया पड़ने की समस्या हो सकती है। इसके लिए चुकन्दर के पत्ते के रस में शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने से दाग धब्बे या झांईयां मिटती है।
होठों को लाल करने के लिए चुकंदर का प्रयोग कैसे करें?
How to use beetroot to make lips red?
गुलाबी होठ करने के लिए चीनी और चुकंदर के रस से अपने होंठों पर लेप करें। काले होठों को जल्द ही लाल करने का यह कारगर उपाय है।
गुलाबी गालों के लिए चुकंदर का प्रयोग कैसे करें ?
How to use beetroot for rosy cheeks?
चुकंदर काटकर उसका रस निकाल लें। इस रस को गालों पर मलने से गालों पर गुलाबी चमक देखने को मिलती है।
चुकंदर से फेस मास्क कैसे बनाएं?
How to make face mask from beetroot?
चुकंदर के छोटे छोटे टुकड़ों को 2-3 चम्मच दलिया के साथ बारीक पीस लें और 10 मिनट के लिए अपने चेहरे पर इस मिश्रण को लगाकर रखें। इस फेस मास्क को धीरे-धीरे हटा कर चेहरा धो लें। इससे आपकी त्वचा खिल उठेगी।
बालों के लिए चुकंदर के फायदे
Health Benefits of Beetroot for Hair in Hindi
बालों में डेंड्रफ हटाने के लिए चुकंदर का प्रयोग कैसे करें?
How to use beetroot to remove dandruff from hair in Hindi?
चुकंदर बालों को नरम और चमकदार बनाए रखता है। इसके रस में सिरका मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार और डेंड्रफ मुक्त होते है।
गंजेपन को दूर करे चुकंदर का प्रयोग
Beetroot benefits in Hair loss or Baldness in Hindi
चुकन्दर के पत्ते के रस को कुछ दिनों तक नियमित रूप से सिर में लगाने से सिर का गंजापन कम होता है।
चुकन्दर के पत्तों को हल्दी के साथ पीसकर सिर में लगाने से बालों का झड़ना कम होता है।
बालों में रूसी व जूं के लिए चुकन्दर
Beetroot for dandruff and lice
बालों में पोषण की कमी होने के कारण बाल कमजोर हो जाते है और उनमें रूसी, जुएं जैसी समस्या हो जाती है। इनसे राहत पाने के लिए चुकन्दर के तने के काढ़े से सिर को धोने से लाभ मिलता है। बाल चमकदार बने रहते हैं।
सिर दर्द में चुकन्दर के फायदे
Benefit of Beetroot in Headache in Hindi
आम तौर पर देखा जाता है कि ठंड लग जाने, प्रदूषण, तीव्र व अप्रिय आवाजों या काम के तनाव के कारण सिर में दर्द होने लगता है। सिर दर्द किसी को भी हो सकता है। चुकन्दर के जड़ के रस का 1-2 बूंद नाक में डालने से सिर दर्द में राहत मिलती है।
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आँख आने पर होने वाले दर्द में चुकंदर के फायदे
Beetroot to Treat Conjunctivitis in Hindi
चुकन्दर के रस को कनपटी पर लगाने आँख आने पर होने वाले दर्द में लाभ मिलता है।
दांत के दर्द व छालों में चुकन्दर के फायदे
Health Benefits of Beetroot in Mouth ulcer and Tooth ache in Hindi
चुकन्दर के पत्तों के काढ़े से गरारा करने से दांतों का दर्द तथा मुंह के छाले में आराम मिलता है।
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खाँसी में चुकंदर के फायदे
Health Benefit of beetroot in Cough in Hindi
चुकंदर के जड़ कफनाशक होती है। इसके गुदे व बीज को खाने से खाँसी, सांस की तकलीफ तथा दमारोग में राहत मिलती है।
कान दर्द में चुकन्दर के फायदे
Benefit of Beetroot in Ear Pain in Hindi
अधिक देर तक तेज आवाज में संगीत सुनने अथवा इयरफोन कान में लगाकर रखने व ठंड के कारण कान में दर्द जैसी समस्या हो सकती है। इसमें चुकंदर के पत्ते के रस को गुनगुना करके 2-2 बूंद कान में डालने से कान की सूजन तथा दर्द में लाभ होता है।
उदर रोग व कब्ज में चुकन्दर के फायदे
Beetroot in Hindi
अनियमित खान पान व तेज मसालेदार खाना खाने से पेट की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। चुकन्दर के 1-2 ग्राम बीज चूर्ण का सेवन करने से पेट फूलना (आफरा) तथा कब्ज में आराम मिलता है।
जलने पर चुकंदर के फायदे
Health Benefits of Beetroot to Relief in Burning Skin in Hindi
यदि किसी वजह से आग या गर्म वस्तु जल जाए तो चुकन्दर के पत्तों का काढ़ा बनाकर ठंडा करके जले हुए स्थान पर लगाने से शीघ्र लाभ मिलता है।
मूत्र रोग में चुकंदर के फायदे
Benefits of Beet in Urinary disease in Hindi
कभी कभी लोगो को मूत्र से सम्बन्धी बीमारियाँ हो जाती हैं, मूत्र सम्बन्धी रोगो के लिए सफ़ेद चुकंदर का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए
बवासीर (पाइल्स) में चुकन्दर के फायदे
Beetroot Powder Benefits in Piles in Hindi
चुकन्दर के जड़ के चूर्ण को घी में मिलाकर एक महीने सेवन करने से बवासीर में आराम मिलता है।
चुकन्दर का काढ़ा बनाकर 15-25 मिली काढ़ा को प्रातः भोजन के एक घंटा पूर्व तथा रात्रि में सोते समय पीने से कब्ज तथा खूनी बवासीर में फायदा होता है।
मोच का दर्द और सूजन में चुकंदर के लाभ
Beetroot Heals Sprain in Hindi
चुकन्दर के ताजे पत्तों को पीसकर मोच वाले स्थान पर लगाने से दर्द और सूजन कम होती है और शीघ्र लाभ मिलता है।
मिर्गी आने पर चुकन्दर के फायदे
Benefits of Beetroot for Epilepsy in Hindi
चुकंदर के पत्ते के रस की 1-2 बूंद नाक में डालने से मिर्गी में लाभ मिलता है।
चुकन्दर के कंद (bulb) के रस को नाक से लेने से मिर्गी तथा अन्य मानसिक रोगों में बहुत फायदा होता है।
आधासीसी रोग में चुकंदर के फायदे
Benefits of beetroot in migraine disease
चुकंदर की जड़ या गुदे का रस निकालकर नाक में डालने से आधे सिर में होने वाले दर्द में लाभ मिलता है।
दर्द और सूजन में चुकंदर के फायदे
Beetroot Benefits in Pain and Inflammation in Hindi
चुकन्दर के तेल की मालिश करने से दर्द से आराम मिलता है।
चुकन्दर के पत्तों के रस में शहद मिलाकर सूजन पर लगाने से जल्द राहत मिलती है।
चुकंदर का सेवन ज्यादा करने के साइड इफेक्ट
Side effects of Beetroot in Hindi
उचित औषधिय मात्रा में प्रयोग करने से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। अति हर चीज की बुरी होती है।
अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से रक्त में कैल्शियम की कमी हो जाती है तथा
चुकंदर के अधिक सेवन से किडनी व गले की समस्या हो सकती है।
मधुमेह रोगी को चुकंदर का प्रयोग नहीं करना चाहिए, यह हानिकारक हो सकता है।
इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में मरोड़ जैसा अनुभव हो सकता है।
चुकंदर या बीटरूट का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
How to Use Beetroot in Hindi?
चुकंदर के सेवन की विधि नीचे बताई गई है यदि किसी गंभीर बीमारी का उपचार चल रहा है, तो इसके सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
सामान्य तौर पर प्रयोग की विधि
1-2 ग्राम बीज चूर्ण
15-25 मिली काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
150-250 मिली चुकंदर का ज्यूस
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