शिशु के लिए मां का दूध (Breast Milk) ही सर्वश्रेष्ठ होता है। किंतु कुछ माताओं के स्तन में थोड़े समय के बाद दूध की कमी हो जाती है अथवा दूध आना ही बंद हो जाता है। ऐसे में इस मिलावट भरे माहौल में नवजात शिशु को स्तनपान कराने वाली माताओं के पास खाने पीने के बारे में बहुत से प्रश्न होते है और साथ ही इस असमंजस में रहती हैं कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए जिससे उनके स्तन में दूध के उत्पादन (Breast Milk Production) में वृद्धि हो सके।
वैसे तो अनेकों खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, मेवे, जड़ी बूटी आदि है, जो स्तनपान के समय महिलाओं की मदद कर सकते हैं। बच्चे के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व, विटामिन और खनिजों का यथासंभव उपयोग करना चाहिए।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शराब, तम्बाकू और धूम्रपान (Wine, Tobacco and Smoking) आदि से दूर रहना चाहिए। यह न केवल मां के दूध को नशीला बना सकता है बल्कि दूध का स्वाद भी खराब कर सकता है जिसके कारण बच्चा दूध पीना कम कर सकता है या पूरी तरह से दूध पीना बंद भी कर सकता है।
स्तन में दूध की मात्रा बढ़ाने वाले आहार
(Breast Milk Producers Foods in Hindi)
यह एक आम समस्या वर कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्तन में दूध की कमी हो जाती है जो कभी कभी गंभीर समस्या का रूप भी ले सकती है। इस कारण उनके बच्चों के पोषित आहार पर प्रभाव पड़ता है। कुछ महत्वपूर्ण आहार निम्न है-
दलिया के सेवन से स्तनों में दूध की वृद्धि
(Oatmeal increase Breast Milk in Hindi)
जई अथवा जौ का दलिया आयरन का बहुत अच्छा स्रोत है जो गर्भावस्था के बाद एनीमिया से ग्रसित महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक है। एनीमिया कम दूध के उत्पादन का कारण हो सकता है। आयरन की भरपूर मात्रा होने के कारण दलिया रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है जो स्तन दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है। दलिया आसानी से बनने और पचने वाला एक हल्का आहार है।
मां का दूध तीव्रता से बढ़ाने के लिए सूखे मेवे
(Uses of Dry Fruits, Nuts etc to Produce Breast Milk in Hindi)
सूखे मेवे तुरंत ऊर्जा प्रदान करने वाले और साथ ही प्रोटीन का अच्छा स्रोत होते हैं। किसी भी प्रकार के सूखे मेवे का नियमित सेवन करने से यह ऊर्जा के साथ दूध के उत्पादन में भी वृद्धि करता है। साथ ही यह शारीरिक ताकत भी प्रदान करता है। इन मेवों का प्रयोग रात को भिगोकर सुबह कर सकते है। इसके अलावा कच्चे भी खा सकते हैं।
स्तनों में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए बादाम
(Uses of Almonds to Produce Breast Milk in Hindi)
आम तौर पर आसानी से मिलने वाले सूखे मेवों में बादाम सभी घरों में मिल जाती है। यह कैल्शियम का प्रमुख स्रोत होता है साथ ही इसमें विटामिन ई और ओमेगा-3 अच्छी मात्रा में होते हैं। ओमेगा -3 लैक्टेशन हार्मोन को बढ़ावा देने में मदद करता है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए अपने दैनिक आहार में भीगे हुए बादाम और अन्य नट्स का सेवन करना चाहिए। स्तन दूध उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करता है। इसके अलावा मूंगफली का भी उपयोग किया जा सकता है।
फलों के रस के सेवन के द्वारा उत्तम दूध का उत्पादन
(Breast Milk Produce Good Quality Milk in Nipples by Using Fruits Juice in Hindi)
सही एवं उचित स्तनपान के लिए उत्तम गुणवत्ता वाला दूध भी होना चाहिए। ऐसी उत्तमता के लिए खानपान भी अच्छा होना चाहिए। इसमें हेल्थी खाने के साथ साथ रसों का सेवन करना चाहिए। बाजार में आने वाले मौसम के अनुसार फलों का सेवन करना चाहिए अथवा उनका रस निकालकर प्रयोग किया जाना चाहिए। दैनिक आहार में कम से कम 2-3 गिलास जूस जरूर पीना चाहिए यह ऊर्जावान बनाने में मदद करता है।
दूध और डेयरी उत्पादों के सेवन से स्तनों में दूध का निर्माण
(Breast Milk Produce by Milk and Dairy Products in Hindi)
गाय, भैंस, बकरी आदि के एक गिलास दूध में खजूर उबालकर पीने से स्तनों में दूध की वृद्धि होती है।
दूध के अलावा दही, पनीर, छेना, मलाई, मावा आदि का सेवन करना चाहिए।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए एक गिलास दूध में आधा छोटा चम्मच हल्दी मिलाएं और इसका सेवन करें।
शतावरी के सेवन से ब्रेस्ट मिल्क में वृद्धि
(Asparagus Benefits to Produce Breast Milk in Hindi)
शतावारी एक गैलेक्टैगॉग है जो स्तन दूध की मात्रा के साथ-साथ दूध की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भी प्रयोग की जाती है। यह महिलाओं के लिए एक वरदान साबित होती है। महिलाओं में होने वाले अधिकांश रोगों का निवारण शतावरी के द्वारा आसानी से किया जा सकता है। यह शक्तिशाली जड़ी बूटियों मे से एक है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं द्वारा इसका सेवन मध्यम रूप में करना चाहिए। यह जड़ी बूटी स्तनपान कराने वाले हार्मोन को उत्तेजित करती है, जो उत्तम स्तनपान के लिए आवश्यक है। भारत मे अधिकांश शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा शतावरी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है ब्राउन राइस
(Brown Rice for Breast Milk Increase in Hindi)
स्तनपान कराने वाली माताओं को सफेद चावल की बजाय ब्राउन चावल का सेवन करना चाहिए। इनमें फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती है। ब्राउन चावल स्तनपान वाले हार्मोन को उत्तेजित करने में मदद करते हैं। यह शरीर में शुगर लेवल को उचित मात्रा बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही भूख को बढ़ाने में भी मदद करता है।
मां का दूध बढ़ाने में लहसुन का प्रयोग
(Garlic Uses in Produce of Breast Milk in Hindi)
लहसुन के सेवन से स्तनपान कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क आसानी से बढ़ाया जा सकता है। यह बहुत ही कारगर होता है।
मां के दूध को बढ़ाने के लिए कच्चे पपीता का प्रयोग
(Green Papaya benefits in Increase Breast Milk in Hindi)
कच्चा पपीता गैलेक्टगॉग के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हरे पपीता का सेवन करने से ऑक्सीटॉसिन के उत्पादन में वृद्धि में मदद करता है जो बदले में दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है। हरे पपीता का सेवन कच्चा काटकर खाने, उबालकर या किसी प्रकार का व्यंजन बनाकर खा सकते हैं।
गाजर का दूध उत्पादन वृद्धि में लाभ
(Breast Milk Produce by using Carrot in Hindi)
गाजर सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। सर्दियों के मौसम में गाजर का सेवन स्वास्थ्य लाभ देती है। इसमें विटामिन ए की अच्छी मात्रा होती है जो आपके बच्चे के विकास के लिए बहुत अच्छा होता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गाजर का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में पालक का उपयोग
(Spinach Leaves for Increasing Breast Milk in Hindi)
पालक में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पालक लौह तत्व का एक बड़ा स्रोत होने के कारण शरीर में कोशिकाओं का निर्माण करता है। पालक में अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो मां के दूध उत्पादन की प्रक्रिया में सहायता करते हैं।
सेल्मन मछली खाने से स्तनों में दूध की वृद्धि
(Increase Breast Milk by Eating Selman Fish in Hindi)
सैल्मन मछली का सेवन न केवल स्तनपान को बढ़ावा देती है बल्कि डीएचए और ओमेगा-3 प्रदान कर मां के दूध को अधिक पौष्टिक बनाता है। सैल्मन मछली से प्राप्त होने वाले पोषक तत्व मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। दूध उत्पादन में वृद्धि और सेहत के अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अपने दैनिक आहार में शामिल करना लाभदायक होता है।
मां का दूध बढ़ाने के लिए लौंकी का प्रयोग
(Bottle Gourd Benefits to Increase Breast Milk in Hindi)
लौंकी की सब्जी जितनी सादगी भरी है उससे कही ज्यादा यह गुणकारी भी है। नवजात शिशु को शिशुपान कराने के लिए मां के शरीर मे जल स्तर को बनाए रखने में मदद करती है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए शरीर में पानी मात्रा होना बहुत आवश्यक होता है, इसके प्रभाव से दूध के उत्पादन में भी वृद्धि होती है।
ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए मेथी का उपयोग
(Uses of Fenugreek to Produce Milk in Breast in Hindi)
मेथी का उपयोग माताओं के लिए औषधीय गुणों का खजाना है। यह एक ऐसी औषधि है जिसे दूध उत्पादन में वृद्धि के लिए जाना जाता है। दूध प्रवाह में वृद्धि लाने के लिए मेथी को चाय में उबालकर उपयोग किया जा सकता है। कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होते हैं जिनका सेवन कर माताएं अपने दूध उत्पादन की क्षमता को बढ़ा सकती हैं।
दूध में वृद्धि के लिए खाना चाहिए कद्दू का बीज
(Pumpkin Seeds Uses Increase Breast Milk in Hindi)
कद्दू के बीजों में प्रोटीन और फाइबर अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। आहार फाइबर पाचन तंत्र में सुधार करने में मदद करता है। कद्दू के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है जो बच्चों के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए महात्वपूर्ण हैं। यह डीएचए और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड के प्राकृतिक स्रोत भी हैं जो स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध उत्पादन में सहायता करते हैं।