स्थान परिवर्तन या ट्रांसफर जब व्यक्ति राजकीय सेवा में हो या निजी सेवा में लगातार एक ही स्थान पर काम करते करते बहुत बुरी तरह परेशान हो जाता है, या कोई पारिवारिक समस्या से जूझ रहा होता या निजी संस्थानों में अपने उच्च अधिकारी से परेशान हो जाने पर भी वो अपना स्थान परिवर्तन (How to Get Job Transfer) करवाना चाहता है।
सामान्यतः किसी भी क्षेत्र में स्थान परिवर्तन करवाने के लोए एक सीमा तय की जाती है जैसे राजकीय क्षेत्र में समय सीमा स्थान का रिक्त होना ओर निजी संस्थानों उच्च स्तर पर जानकारी होना बहुत आवश्यक है। लेकिन ये सब होने के बाद भी स्थान का परिवर्तन नही होता है तो व्यक्ति अपने जन्म कुंडली किसी ज्योतिषी पंडितो को दिखाने लगता है।
क्या आप भी चाहते है स्थान परिवर्तन
How to get Job Transfer location
आज हम आपके लिए लाए है-
भारत के उच्च कोटि के ज्योतिषाचार्य पण्डित नीलमणि शास्त्री जी के बताए उपाय –
शास्त्री जी बताते है कि व्यक्ति का अपना मातृ स्थान छोड़ने ओर अन्य स्थान पर लंबे समय तक रहने में राहु शनि और मंगल का बड़ा खेल होता है| जैसे राजकीय सेवा सूर्य दिलवाता है इसी तरह मंगल राहु शनि स्थान का परिवर्तन करवाते है। अब हम कुंडली मे जानते है कि किस ग्रह क्या उपाय करना चाहिए। अगर अलग अलग ग्रहो का उओआय करे तो इसमें खर्च अधिक हो जाता है।
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अगर इन उपायों का मिश्रित एक ही उपाय करना हो तो इसमें समय और खर्च दोनो की बचत हो जाती है ।
जब कभी निश्चित हो कि अब स्थान का परिवर्तन आवश्यक है तो उसी समय किसी विद्वान ज्योतिषी से अपने शुभ चन्द्रमा का ज्ञान करके हनुमान जी के सामने 21 दिवस तक पंचमेवा का हवन करते हुए तुलसीदास कृत सुंदरकांड का सम्पुटित पाठ करें ।
ये उपाय मंगलवार या शनिवार को करना चाहिए ।
21 वे दिन मंगलवार या शनिवार को वाल्मीकि सुंदरकांड का पाठ किसी आचार्य पण्डित द्वारा करवाये ।
विशेष: इस बीच किसी के यहाँ भोजन ग्रहण नही करना है उपाय करने के 41 दिन में पूर्ण रूप से फल प्राप्त होता है ।
जब स्थानांतरण हो जाये उसके बाद मूल रामायण के 11 पाठ करवाने चाहिए ।