घृतकुमारी एक परिचय
Aloe Vera An Introduction
ग्वारपाठा एक गुदेदार छोटा सा पौधा होता है। जो देखने में थोड़ा विचित्र सा दिखाई देता है। लेकिन इसका गुदा बहुत ही लाभकारी होता है। ग्वारपाठा को एलॉय वेरा या घृतकुमारी के नाम से जाना जाता है। एलो वेरा या घृतकुमारी (Aloe Vera Benefits in Hindi) के लाभकारी गुणों की वजह से बहुत सी वस्तुएं बाजार में उपलब्ध है। ग्वारपाठा के बने हुए पेय पदार्थ, त्वचा संबंधी जैल, मुंह धोने आदि से संबंधित बहुत से प्रॉडेक्ट बाजार में मिलते है।
एलॉय वेरा एंटी ऑक्सीडेंट, एमिनो एसिड, विटामिन, धातु व पोषण से भरपूर होता है। जो मानवीय त्वचा के लिए लाभदायक है। कोमल त्वचा के लिए ग्वारपाठा लगाना चाहिए। ग्वारपाठा देखने में एक लंबा गूदेदार पौधा होने के साथ साथ यह हल्के हल्के कांटों वाला पौधा होता है। मुख्य रूप से एलो वेरा का छिलका निकालकर गुदा काम में लिया जाता है। घृतकुमारी को अनेकों बीमारियों में काम में लिया जाता है।
ग्वारपाठा कहां उगाया जाता है ?
Where is Grown Aloe Vera in India?
इस घर की बालकनी, बगीचे में या गमलों में आसानी से उगाया जा सकता है। इसकी खेती सबसे ज्यादा गुजरात में की जाती है। सवाई माधोपुर के रणथंभौर में भी अमरूदों के साथ साथ ग्वारपाठा की भी खेती की जाती है। ग्वारपाठा दक्षिणी भारत में भी बहुतायत रूप से उगाया जाता है।
एलो वेरा के उपयोगी भाग
Useful Parts of Aloe Vera
ग्वारपाठा का सेवन रस (Aloe Vera Juice), गुदा व जड़ के रूप किया जाता है।
सेवन के रूप में शरीर के बाह्य एवं आंतरिक प्रयोग में लाभकारी होता है। यह पिंपल, झाइयां, काले धब्बे, त्वचा का रूखापन, तैलीय त्वचा आदि के साथ साथ मधुमेह, पाचन, पेट रोग, माहवारी आदि में लाभदायक है।
ग्वारपाठा के फायदे या गुण –
Health Benefits of Aloe Vera in Hindi
कोमल त्वचा के लिए ग्वारपाठा के प्रयोग –
Uses of Aloe Vera for Soft Skin in Hindi
एलोवेरा या ग्वारपाठे के छिलके व कांटों को निकालकर उसका गुदा त्वचा पर मलने से त्वचा कोमल होती है। रात को सोते समय स्किन पर एलोवेरा गुदे का रस मलकर या लगाकर सोना चाहिए और सुबह इसे धो लेने से स्किन मुलायम रहती है। इसके अलावा यदि चाहे तो नहाने से एक घंटे पहले भी यह लगा सकते है और सूखने पर नहा लें। यह त्वचा को एक दम कोमल बना देता है।
शरीर में स्फूर्ति लाने के लिए ग्वारपाठा के प्रयोग –
Health Benefits of Aloe Vera Juice to Energize the Body in Hindi
घृतकुमारी या ग्वारपाठे के रस का गुनगुने पानी में रोज सुबह खाली पेट सेवन करने से शरीर में स्फूर्ति आती है। इसका सेवन करने से कई तरह के विटामिन मिलते है और यह शरीर उत्पन्न हुए एसिड व टॉक्सिस ऑक्सिडेंट को खत्म करता है।
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दीर्घायु के लिए एलोवेरा रस के फायदे –
Aloe Vera Juice Benefits for Longevity or Long Life in Hindi
हर मनुष्य चाहता है कि वह स्वस्थ, निरोगी व दीर्घायु रहे। इसके लिए ग्वारपाठे का रस व आंवले के रस में मिलाकर रोज सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए। यह अनेकों बीमारियों का विनाश करता है।
धातु वृद्धि के लिए घृतकुमारी के फायदे –
Health Benefits of Aloe Vera for Sperm Count Growth in Hindi
ग्वारपाठे का रस धातु में वृद्धि के लिए प्रयोग किया जाता है।
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पिंपल, काले धब्बे, कील – मुंहासे में एलोवेरा जेल के फायदे –
Benefits of Aloe Vera in Pimple, Black Spots in Hindi
पिंपल, काले धब्बे, कील आदि उम्र के एक पड़ाव पर निकालने लगते है, क्योंकि उस उम्र का खानपान में बदलाव हो जाता है। बाहर का खाना, आम, गुड़ आदि खाने से भी पिंपल निकाल आते है। माहवारी के समय महिलाओं में भी पिंपल की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अधिकांशतः 15 वर्ष से 25 वर्ष की उम्र में यह समस्या होती है। इससे छुटकारा पाने के लिए एलोवेरा औषधि का प्रयोग करना चाहिए।
ग्वारपाठे के छिलके को निकाल कर उसके गुदे को निकाल लें और उस गुदे को पिंपल, काले धब्बे, कील मुहांसे वाली जगह में लगाना चाहिए। ऐसा 7 से 10 दिन करने से चेहरे पर होने वाले पिंपल पूरी तरह खत्म हो जाते है।
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बुखार में एलोवेरा के फायदे –
Benefits of Aloe Vera in Fever in Hindi
मौसम के बदलाव के साथ साथ कई बीमारियां शरीर में घर कर जाती है। ऐसे में बुखार, खांसी आदि मुख्य है। एलोवेरा या ग्वारपाठे की जड़ का काढ़ा बनाकर 3-4 दिन पीने से बुखार पूरी तरह ठीक हो जाता है।
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शरीर में घाव, चोट, फोड़ा फुंसी, गांठ होने पर के ग्वारपाठा के फायदे –
Benefits of Aloevera in the Case of Wound, Injury, Abscess, Lump in the Body in Hindi
- शरीर में होने वाली गांठ के लिए ग्वारपाठे का आगे का छिलका निकालकर उस पर हरड़ चूर्ण डालकर उसे गर्म कर लें और गांठ वाली जगह पर बांधने पर गांठ जल्दी मिट जाती है।
- महिलाओं के स्तन पर होने वाली गांठ के लिए ग्वारपाठे की जड़ को हरड़ के साथ पीस कर दिन में तीन बार लगाने से सूजन या गांठ में कुछ दिनों में आराम मिल जाता है।
- आग से जलने पर तुरंत ग्वारपाठे का गुदा निकालकर लगाने या मलने से जलन नहीं होती है और फफोले नहीं निकलते है।
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कमर दर्द में ग्वारपाठा के फायदे –
Health Benefits of Aloe Vera in Back Pain in Hindi
ग्वारपाठे का छिलका निकालकर उसका गुदा निकाल लें और इसमें आटा व देशी घी मिलाकर उसे गुंद लें। इस आटे की बाटी बनाकर इसे मसल का इसका चूरा या चूर्ण बना लें और मिश्री या गुड़ व घी में मिलाकर इसका लड्डू बना लें और प्रतिदिन एक लड्डू सुबह शाम खाने से कमर दर्द में आराम मिलता है।
जोड़ों के दर्द व घुटनों के दर्द या गठिया में ग्वारपाठा के फायदे –
Benefits of Aloe Vera in Joint Pain and Knee Pain or Arthritis in Hindi
घुटनों का दर्द एक आम समस्या है, यह उम्र के साथ साथ बढ़ता जाता है। बुजुर्गो में यह समस्या बहुत होती है।
रोज सुबह खाली पेट ग्वारपाठे का गुदा खाने से जोड़ों या घुटनों के दर्द में आराम मिलता है।
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मधुमेह या डायबिटीज में ग्वारपाठा के फायदे –
Health Benefits of Aloe Vera in Diabetes in Hindi
गिलोय के पत्तों का रस निकालकर उसे गर्म कर लें , रस के जलने पर बचे हुए द्रव्य में एलोवेरा जूस या गुदा मिलाकर खाने से मधुमेह रोग में आराम मिलता है।
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पेशाब में जलन व रुक रुक कर आने पर ग्वारपाठा के फायदे –
Benefits of Aloe Vera in Urination and Burning Sensation in Hindi
ग्वारपाठे के गुदे में मिश्री मिलाकर खाने से पेशाब की जलन में आराम मिलता है और यह मूत्र विकार को भी दूर करता है।
पीलिया में एलोवेरा के फायदे –
Benefits of Aloe Vera in Jaundice in Hindi
ग्वारपाठे के गुदे का दिन में तीन बार सेवन करने से पीलिया रोग में लाभ मिलता है।
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बवासीर में ग्वारपाठे का फायदा –
Benefits of Aloe Vera in Piles in Hindi
बवासीर एक भयानक बीमारी है। इससे बैठने में बहुत दिक्कत होती है। ग्वारपाठे के गुदे को लगा कर रखने से खूनी बवासीर में आराम मिलता है।
यह मस्से में होने वाले दर्द से राहत देकर उसे सिकोड़ कर जल्दी ठीक कर देता है।
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आंखों की जलन व नेत्र रोगों में ग्वारपाठे का फायदा –
Benefits of Aloevera in Eye Irritation and Eye Diseases in Hindi
एलोवेरा का गुदा निकालकर उसे आंखों पर लगा कर रखने से आंखों की जलन में आराम मिलता है।
नेत्र विकार को दूर करता है।
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