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होली पर करें ये उपाय, बनी रहेगी सुख समृद्धि

किसी भी शुभ कार्य को करने से पूर्व भद्रा (Bhadra) योग का ध्यान किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि शुभ कार्य भद्रा योग में नहीं किए जाने चाहिए। पुराणों में भद्रा को सूर्य की पुत्री और शनिदेव की बहन बताया गया है। भद्रा का स्वभाव भी शनिदेव की तरह बताया गया है। पंचांग की गणना में भद्राकाल की भूमिका विशेष मानी गई है। इसे विष्टि करण में स्थान प्राप्त है। कुछ कार्यों के लिए भद्राकाल को शुभ भी माना गया है। इस वर्ष पंचांग के अनुसार 28 मार्च को भद्रा काल दोपहर 1 बजकर 54 मिनट (Holika Dahan) तक ही रहेगा।

सनातन धर्म में होली का पर्व पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Purnima) की तिथि में मनाया जाता है। इस वर्ष यह तिथि 28 मार्च रविवार के दिन पड़ रही है। इसके बाद अगले दिन यानी 29 मार्च 2021 को रंगों की होली खेली जाएगी। होलिका दहन में भद्रा यानि भद्रकाल का विशेष ध्यान रखा जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भद्रा के समय शुभ कार्य का आरंभ और समापन नहीं किया जाता है। होली प्रेम और सौहार्द का पर्व है। होली पर होलिका दहन (Holika Dahan) शुभ मुहूर्त में करने की परंपरा है। मान्यता है कि होली का पूजन कई प्रकार की बाधाओं को दूर कर जीवन में सुख समृद्धि लाती है।

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Holika Dahan With Prahalad

होलिका दहन कब है?

पंचांग के अनुसार होलिका दहन 28 मार्च रविवार को किया गया जाएगा। इस दिन पूर्णिमा की तिथि है। होलिका दहन का मुहूर्त शाम 6 बजकर 37 मिनट से रात्रि 8 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। पंचांग के अनुसार 29 मार्च सोमवार को फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि में रंगों की खेली खेली जाएगी।

होली पर करे ये उपाय

होली के त्यौहार पर ज्योतिष के अनुसार हर तरह की मनोकामना पूर्ति के लिए किये गये छोटे बड़े सभी तरह के उपाय शीघ्र ही शुभ फल प्रदान करते है। अगर आपकी कोई ऐसी मनोकामना है जो अधूरी है और अनेक प्रयास के बाद भी पूरी नहीं हो पा रही हो तो होली के दिन इस छोटे से उपाय को एक बार जरूर कर लें, ऐसा करने पर होली भर देगी आपकी खाली झोली।

1- होली की रात सरसों के तेल का चौमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाकर उसकी पूजा घर परिवार में सुख-समृद्धि की कामना से करें। इस उपाये से धन आवक के सारे रास्ते खुल जायेंगे।

2- व्यापार या नौकरी में उन्नति के लिए 21 गोमती चक्र लेकर होलिका दहन की रात को शिवलिंग पर चढ़ा दें, औऱ सुबह उनको उठाकर अपनी तिजोरी या गल्ले में रख दें। कुछ ही दिनों में संबंधित समस्या खत्म हो जायेगी।

3- एक नारियल के गोले में अलसी का तेल, थोड़ा सा गुड़ डालकर इस गोले को अपने उपर से एक बार उतारकर जलती हुई होलिका में डालने से राहु का बुरा प्रभाव हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।

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4- जलती हुई होलिका में गाय के घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता डालकर होली की 11 परिक्रमा लगाने से घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती हैं।

5- अगर किसी को रोजगार नहीं मिल रहा हो तो ओर बेरोजगार हो तो होली की रात 12 बजे से पहले एक नींबू लेकर चौराहे पर जाएं और उसके चार टुकड़े कर चारों दिशाओं में फेंककर वापिस घर आ जाएं, वापिस आते समय पीछे मुड़कर न देखें।

6- यदि आपका पैसा कहीं फंसा है तो होली के दिन 11 गोमती चक्र हाथ में लेकर जलती हुई होलिका की 11 बार परिक्रमा करते हुए धन प्राप्ति की प्रार्थना करें, फिर एक सफेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम लाल चन्दन से लिखें जिससे पैसा लेना है एवं उस सफेद कागज में 11 गोमती चक्र लपेटकर किसी एकांत जगर गड्ढा खोदकर दबा दें। कुछ ही दिनों में पैसा वापस मिल सकता है।

7- एक काला कपडा लें और उसमें काले तिल, 7 लौंग, 3 सुपारी, 50 ग्राम सरसों और किसी स्थान की मिट्टी लेकर एक पोटली बना लें, इसे खुद पर से 7 बार वार लें और होलिका दहन में डालें इससे आपकी गरीबी खत्म हो जायेगी।

होलिका दहन से पूर्व के समय को तांत्रिक सिद्ध मानते हैं। पूर्णिमा को प्रात: से रात्रि 12 बजे तक तांत्रिक विभिन्न प्रकार के तंत्र और मंत्रों को सिद्ध करके अपना और जातकों का कल्याण करते हैं। होली के दिन तांत्रिक तंत्र-मंत्र को सिद्ध करने के लिए पूरे दिन पूजा, पाठ, हवन आदि करते हैं।

तंत्र शास्त्र के अनुसार प्रत्येक वर्ष कुछ ऐसे अवसर आते हैं जब कुछ अति साधारण से उपाय कर हम अपनी मनचाही इच्छा पूर्ण कर सकते हैं। माना जाता है कि इन अवसरों पर किए गए ज्योतिषीय उपायों तथा टोने-टोटकों से हम अपना भाग्य तक बदल सकते हैं। इस होली पर आप भी ऐसे ही कुछ साधारण से टोने-टोटके करके अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं।

 

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