मंगल ग्रह बदलेंगे नक्षत्र
शिव सिद्ध योग
ज्योतिषाचार्य पं. नीलेश शास्त्री ने बताया कि वर्तमान सम्वत के राजा और ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह महाशिवरात्रि (Mahashivratri) गुरुवार को दिन मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। दोपहर 12:30 पर बुध ग्रह के धर्म शास्त्र के अनुसार पिता चंद्र ग्रह भी इस दिन राजकुमार से पूर्व ही प्रातः 9:21 पर कुंभ राशि में गोचर करेंगे।
महाशिवरात्रि के दिन सूर्य उदय के साथ मकर राशि चतुर्थ ग्रह योग रहेगा। शनि, चंद्र, बुध, गुरु मकर राशि में रहेगें जैसे समय काल चलता रहेगा वैसे यह योग कुंभ राशि में बन जायेगे। 11 मार्च को प्रातः 9:21 से 12:30 तक कुंभ राशि त्रि ग्रह योग रहेगा। आचार्य नीलेश ने बताया कि सूर्य चंद्र और शुक्र की युति से कुंभ राशि में चंद्र ग्रह का प्रवेश हो जाएगा, उसके बाद दोपहर में 12:30 से 4 ग्रह योग बन जाएगा। सूर्य चंद्र और शुक्र बुध की कुंभ राशि में प्रवेश से चतुर्थ ग्रह योग बनेगा।
महाशिवरात्रि के प्रथम पहर संध्या 6:30 से आरम्भ होगा, उस समय के गोचर के अनुसार कुंभ राशि में चतुर्थ ग्रह योग बनेगा। सूर्य, चंद्र, बुध, शुक्र ग्रह कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे और मंगल, राहु वृषभ राशि में और मकर राशि में, शनि और गुरु दो दो ग्रहों का योग बनाएंगे। मंगल ग्रह दोपहर 12:15 पर अपना नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। कृतिका नक्षत्र से रोहिणी नक्षत्र में परिवर्तन करेंगे।
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शिव योग में आरंभ होगी शिव रात्रि
Mahashivratri will begin in Shiva Yoga
महाशिवरात्रि से एक दिन पूर्व सुबह 10:40 शिव योग आरंभ होगा, जो 11 मार्च 2021 को महाशिवरात्रि के दिन प्रातः 9:24 पर समाप्त हो जायेगा, उसके बाद सिद्धि योग आरंभ हो जाएगा।
प्रथम प्रहर –
11 मार्च को शाम 06 बजकर 27 मिनट से 9 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।
द्वितीय प्रहर –
11 मार्च को 9 बजकर 29 मिनट से लेकर 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
तृतीय प्रहर –
रात को 12 बजकर 31 मिनट से लेकर 03 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।
चतुर्थ प्रहर-
रात 03 बजकर 32 मिनट से लेकर 06 बजकर 34 मिनट तक
Astrologer Pandit Nilesh shastri – 9265-66-7532